Press Statement
पत्रकारों पर लाठीचार्ज एनयूजे ने की निंदा
24 Nov, 2015यूपी के आगरा में पत्रकारों पर हुए लाठीचार्ज की नेशनल यूनियन आफ जर्नलिस्ट्स (इंडिया) ने कड़ी निंदा की है। आगरा में केन्द्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री रामशंकर कठेरिया के नेतृत्व में भाजपा विधायकों और व्यापारियों द्वारा पुलिस लाइन पर एक धरने का आयोजन किया गया था जिसे कवर करने के लिए बड़ी संख्या में पत्रकार मौजूद थे। लेकिन आईजी जोन की मौजूदगी में जब पुलिस धरने पर बैठे विधायकों और व्यापारियों को खदेड़ने लगी, तो पुलिसकर्मियों ने वहां उपस्थित पत्रकारों पर भी लाठियां भांजनी शुरू कर दी।
एनयूजे के राष्ट्रीय अध्यक्ष रासबिहारी ने हैरानी जताते हुए कहा कि आइजी जोन की उपस्थिति में पत्रकारों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया ये बेहद शर्मनाक है। पुलिस की लाठियों से कई पत्रकारों के सिर फूट गए, करीब दस पत्रकार जख्मी हैं। उन्होंने मांग की कि आईजी जोन के खिलाफ कार्रवाई की जाए तथा पुलिस प्रताड़ना के शिकार पीडित पत्रकारों को राज्य सरकार चिकित्सा और उचित मुआवजे की घोषणा करं । इस मामले में केन्द्रीय गृहमंत्री और उतरप्रदेश के राज्यपाल से शिकायत की गई है।
राष्ट्रीय महासचिव रतन दीक्षित ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि राज्य में पत्रकार लगातार पुलिसिया अत्याचार के शिकार बन रहे है। उन्होंने केन्द्र सरकार से मांग की कि इस प्रकरण में हस्तक्षेप करे। इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्त्ति न हो इसके लिए पत्रकार सुरक्षा अधिनियम बनाने की जरूरत है। एनयूजे एक दशक से पत्रकार सुरक्षा अधिनियम बनाने की मांग कर रहा है। उन्होंने कहा कि एनयूजे इस मांग को लेकर 7 दिसंबर को संसद के सामने देशव्यापी धरने का आयोजन करने जा रहा है।
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