Press Statement
बिहार में पत्रकार की हत्या, एनयूजे करेगा गृह मंत्री के आवास पर प्रदर्शन
14 May, 2016नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (इंडिया) ने बिहार के सीवान में दैनिक हिन्दुस्तान के पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या की कड़ी निंदा की है। झारखंड के चतरा और बिहार में पत्रकारों की हत्या के खिलाफ एनयूजे और दिल्ली पत्रकार संघ की तरफ से केंद्रीय गृह मंत्री के आवास पर प्रदर्शन किया जाएगा। एनयूजे ने रंजन की हत्या में बिहार के एक माफिया सरगना के गुर्गों पर शक जताया है। अक्टूबर 2005 में भी रंजन पर अखबार के दफ्तर में घुसकर हमला किया गया था। एनयूजे ने पत्रकार के परिजनों को 20 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग भी की है।
एनयूजे के अध्यक्ष रासबिहारी ने बताया कि बेखौफ अपराधियों ने 13 मई की रात को सीवान में हिन्दुस्तान के ब्यूरो चीफ पत्रकार राजदेव रंजन की गोली मारकर हत्या कर दी। उन्हें करीब से गोली मारी गई। रंजन कार्यालय से वापस लौट रहे थे। रात आठ बजे के करीब टाउन थाना क्षेत्र के ओवरब्रिज के समीप अज्ञात अपराधियों ने उन्हें गोली मार दी। अपराधी मोटरसाइकिल पर थे और घटना को अंजाम देकर भागने में कामयाब रहे। एक गोली उनके सिर और दूसरी गर्दन में लगी। गंभीर रूप से जख्मी राजदेव रंजन को पुलिस अस्पताल ले गई, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत गई। 46 वर्षीय राजदेव रंजन सीवान के महादेवा मिशन कंपाउंड मोहल्ले में रहते थे। उन्होंने कहा कि इससे एक दिन पहले अपराधियों ने झारखंड के चतरा में पत्रकार इंद्रदेव यादव की ताबड़तोड़ गोलियां मारकर हत्या कर दी थी।
रासबिहारी ने बताया कि इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ जर्नलिस्ट्स ने भी पत्रकारों की हत्या को गंभीरता से लिया है। आईएफजे की तरफ से कहा गया है कि मीडिया के लिए भारत पहले ही असुरक्षित माना जाता है। इन हत्याओं से मीडिया में दहशत व्याप्त है। आईएफजे की तरफ से भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दक्षिण एशिया के पत्रकार संगठनों की तरफ से पत्र भेजा जाएगा।
एनयूजे के महासचिव रतन दीक्षित ने पत्रकारों की हत्या के खिलाफ बड़े पैमाने पर आन्दोलन करने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि पिछले साल देश में आठ पत्रकारों की हत्या हुई थी और 120 से ज्यादा हमले हुए थे। पत्रकारों की हत्या के लिए जिम्मेदार लोगों की तुरंत गिरफ्तार कारणों का खुलासा किया जाए।
एनयूजे बिहार के महासचिव राकेश प्रबीर ने कहा कि राज्य में विधानसभा चुनाव के दौरान भी दो पत्रकारों की हत्या हुई थी। पत्रकारों की हत्या के बाद बिहार की मीडिया में खौफ पैदा हो गया है। उन्होंने कहा कि रंजन की हत्या के बाद पुलिस अपराधियों को पकड़ने के लिए कोई तत्परता नहीं दिखा रही है। घटना के विरोध में बिहार में जगह-जगह प्रदर्शन किए जा रहे हैं।
एनयूजे से संबद्ध दिल्ली पत्रकार संघ (डीजेए) के अध्यक्ष अनिल पांडेय और महासचिव आनंद राणा ने कहा कि झारखंड और बिहार में पत्रकारों ही हत्या के खिलाफ मीडिया जगत में भारी नाराजगी है। इससे पहले फरीदाबाद में महिला पत्रकार की रहस्यमय हालात में मौत हो गई थी। उन्होंने कहा कि पत्रकारों की हत्या के खिलाफ केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर प्रदर्शन किया जाएगा। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी ज्ञापन दिया जाएगा।
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- IFJ South Asia Media Bulletin, 15 October 2020 10/18/2020 Download
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States of Control: Covid, Cuts and Impunity 05/03/2020 Download
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Journalists Detained and Journalists’ Safety Indicators 2019-20 05/03/2020 Read here